यात्रियों का अंतिम दल भी सुरक्षित भारतीय सीमा में पहुंचा, ITBP जवानों ने किया गर्मजोशी से स्वागत

पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के लिपूलेख दर्रे के रास्ते संचालित ऐतिहासिक कैलाश मानसरोवर यात्रा का पांचवां एवं अंतिम दल शुक्रवार को सकुशल भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आईटीबीपी के जवानों ने लिपुलेख दर्रे पर यात्रियों का आज सुबह 9.30 बजे गर्मजोशी से स्वागत किया।
पिथौरागढ़ जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सड़क मार्ग की अनुकूल स्थिति को देखते हुए यह दल आगे की यात्रा कर सकेगा। यात्रियों की सुविधा हेतु प्रशासन एवं कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) द्वारा आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी और भारत-चीन के बीच तनाव के चलते कैलाश मानसरोवर यात्रा पिछले पांच साल में पहली बार आयोजित की गई। दोनों देशों की सहमति के बाद इस वर्ष मात्र पांच दल ही कैलाश यात्रा के लिए जा सके।
सभी दल निर्बाध यात्रा कर सकुशल अपने घर लौट गए हैं। अंतिम दल आज भारत सीमा में पहुंच गया है। आज यह दल गुंजी आधार शिविर पर रुकेगा या फिर मौसम की अनुकूलता को देखते हुए इसे आगे धारचूला के लिए प्रस्थान करेगा।



