
चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में एक जल विद्युत परियोजना स्थल पर आज एक बड़ा भूस्खलन हुआ, जिसमें कम से कम 12 मजदूर घायल हो गए। यह घटना जिले में चल रही भारी बारिश के बीच हुई, जिसने पहाड़ों को कमजोर कर दिया है।
घटना का विवरण: यह हादसा आज सुबह उस समय हुआ जब मजदूर परियोजना स्थल पर काम कर रहे थे। अचानक पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया, जिसकी चपेट में कई मजदूर आ गए। भूस्खलन के कारण पत्थरों और मलबे का एक विशाल ढेर नीचे आ गया, जिससे मजदूर फंस गए।
बचाव और राहत कार्य: सूचना मिलते ही, स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ (SDRF) और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में फंसे मजदूरों को बाहर निकाला गया। सभी घायल मजदूरों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ मजदूरों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
परियोजना का काम रोका गया: इस घटना के बाद, परियोजना स्थल पर सभी निर्माण कार्य रोक दिए गए हैं। अधिकारियों ने सुरक्षा का जायजा लेने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने परियोजना प्रबंधन को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि मजदूरों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता हो।
मौसम की स्थिति: यह घटना ऐसे समय में हुई है जब उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने पहले ही राज्य के कई जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया था, जिसमें चमोली भी शामिल है। बारिश के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है, जिससे सड़कों और निर्माण स्थलों पर काम करना जोखिम भरा हो गया है। प्रशासन ने लोगों से और खास तौर पर पर्वतीय क्षेत्रों में काम कर रहे मजदूरों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है।



