उत्तराखंड
सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाला गया, लापता लोगों की खोज जारी

देहरादून: उत्तरकाशी के धराली में 5 अगस्त को बादल फटने और भूस्खलन के बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। कई टीमें, जिनमें NDRF, SDRF, भारतीय सेना, ITBP और स्थानीय प्रशासन शामिल हैं, राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
यहां रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है:
- लापता लोगों की तलाश: ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (GPR) का उपयोग कर मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है। अनुमान है कि 8 से 10 फीट मलबे के नीचे लोग और होटल दबे हुए हैं।
- हवाई और जमीनी रेस्क्यू: खराब मौसम के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधाएं आ रही हैं, जिससे हेलीकॉप्टर उड़ानें प्रभावित हुई हैं। ड्रोन उड़ाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है ताकि रेस्क्यू हेलीकॉप्टरों को दिक्कत न हो।
- पुलों और सड़कों की मरम्मत: धराली को गंगोत्री से जोड़ने वाला पुल 5 अगस्त की आपदा में क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसकी मरम्मत का काम सेना द्वारा जारी है। BRO भी रास्ता साफ करने में जुटा है।
- बचाए गए लोग: शुरुआती दिनों में ही सैकड़ों लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था।
- आपदा का कारण: SDRF और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) की एक टीम ने आपदा स्थल का निरीक्षण किया है। उन्होंने बताया कि यह घटना श्रीकंठ पर्वत के पास पुराने हिमोढ़ (ग्लेशियर द्वारा बहा कर लाया गया मलबा) के ढहने से हुई थी।
रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है और टीमें लगातार लापता लोगों की तलाश कर रही हैं।