उत्तराखंडधर्म-संस्कृति
देहरादून में ‘उत्तराखंड महोत्सव’ की तैयारियां शुरू, संस्कृति और कला का संगम

देहरादून, 22 सितंबर 2025: देहरादून में उत्तराखंड महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। यह महोत्सव राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और कला को प्रदर्शित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में जाना जाता है। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों और हस्तशिल्प मेलों का आयोजन किया जाएगा, जिससे स्थानीय कलाकारों और कारीगरों को प्रोत्साहन मिलेगा। इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड की पारंपरिक कला, संगीत, नृत्य और व्यंजनों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देना है। इस वर्ष का आयोजन परेड ग्राउंड में होगा, जहाँ एक बड़ा मंच बनाया जा रहा है। महोत्सव के लिए 10 दिन का समय निर्धारित किया गया है, जिसकी शुरुआत अगले महीने से होने की संभावना है। सांस्कृतिक कार्यक्रम: महोत्सव में राज्य के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकार पारंपरिक लोक नृत्य जैसे छोलिया, हारुल, झुमेला और पौंणा का प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा, लोक गायकों द्वारा गढ़वाली, कुमाऊँनी और जौनसारी गीतों का भी मंचन किया जाएगा। हस्तशिल्प मेला: एक विशेष हस्तशिल्प मेला भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें राज्य के कारीगर अपने पारंपरिक उत्पाद जैसे ऐपन कला, रिंगाल की टोकरियाँ, ऊनी शॉल और लकड़ी के शिल्प का प्रदर्शन करेंगे। यह मेला कारीगरों के लिए अपने उत्पादों को सीधे ग्राहकों तक पहुँचाने का एक बड़ा अवसर होगा। प्रशासन और पर्यटन विभाग ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की हैं। उम्मीद है कि यह महोत्सव देहरादून में बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा।